दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं जताई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों में हीट वेव की संभावना बनी हुई है।
कौन-कौन से राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित
बुधवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दक्षिणी बिहार, उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिला। खासकर उत्तर प्रदेश के कानपुर में 47.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जो इस क्षेत्र में सबसे अधिक रहा।
दिल्ली में कब तक पहुंचेगा मॉनसून?
दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि राजधानी में मॉनसून जून के अंत तक पहुंच सकता है। 27 जून के आसपास मानसून के आगमन की उम्मीद है, जिससे गर्मी से राहत मिल सकती है। गुरुवार को तेज हवाओं और आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है।

मॉनसून की स्थिति और प्रगति
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मॉनसून अगले तीन से चार दिनों में ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। बंगाल की खाड़ी में मॉनसून की प्रगति धीमी है, जिससे मध्य और उत्तरी भारत में गर्मी बनी हुई है।
उत्तर भारत में मॉनसून का इंतजार
मौसम वैज्ञानिक माधवन राजीवन ने बताया कि अगले 8-10 दिनों में उत्तर भारत में मॉनसून की प्रगति में देरी हो सकती है। इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में अत्यधिक तापमान और लू चलने की संभावना है। अनुमान के मुताबिक, मॉनसून बिहार और झारखंड में 16-18 जून, उत्तर प्रदेश में 20-30 जून और दिल्ली में 27 जून के आसपास पहुंच सकता है। इससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।