4 हजार रुपये के गिरावट बाद सोने में आया रिकॉर्ड तोड़ उछाल, जानिए 10 ग्राम सोने का ताजा रेट Gold Rate Today

बजट पेश होने के बाद सोने और चांदी की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा के बाद कीमतों में गिरावट आई, लेकिन अगले दिन फिर से तेजी देखी गई। आइए इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझें।

बजट में कस्टम ड्यूटी में कटौती

मंगलवार को पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री ने सोने और चांदी पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया। यह कदम इन कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करने वाला था।

बजट के तुरंत बाद कीमतों में गिरावट

बजट की घोषणा के बाद मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखी गई। सोने में 4,350 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट आई, जबकि चांदी 4,740 रुपये प्रति किलो तक सस्ती हो गई। इस गिरावट के कारण सोने की कीमत 68,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 84,275 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई।

अगले दिन कीमतों में तेजी

हालांकि, बुधवार की सुबह कीमतों में फिर से तेजी देखी गई। सोने की कीमत में 300 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हुई, जबकि चांदी 200 रुपये से अधिक महंगी हो गई। सोना जो मंगलवार को 68,510 रुपये पर बंद हुआ था, बुधवार को 68,913 रुपये तक पहुंच गया। इसी तरह, चांदी की कीमत 84,919 रुपये से बढ़कर 85,241 रुपये प्रति किलो हो गई।

दिन भर में उतार-चढ़ाव

बुधवार को शुरुआती डेढ़ घंटे में ही सोने और चांदी की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। MCX पर सोने की कीमत एक समय 68,945 रुपये तक पहुंच गई थी, लेकिन बाद में फिर गिरावट आई। चांदी की कीमत भी 85,404 रुपये प्रति किलो तक पहुंची, लेकिन फिर 85,085 रुपये प्रति किलो पर आ गई।

विभिन्न शहरों में सोने के दाम

देश के विभिन्न शहरों में सोने की कीमतों में अंतर देखा गया। जैसे, दिल्ली में सोने की कीमत 70,200 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जबकि मुंबई में यह 70,460 रुपये थी। कोलकाता में सबसे अधिक 71,980 रुपये और अहमदाबाद में सबसे कम 69,490 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत दर्ज की गई।

कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण

सोने और चांदी की कीमतों में इस तरह का उतार-चढ़ाव कई कारणों से हो सकता है। बजट में कस्टम ड्यूटी में कटौती का तत्काल प्रभाव तो पड़ा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति, डॉलर की मजबूती या कमजोरी, और निवेशकों का रुख भी कीमतों को प्रभावित करता है।

सोने और चांदी की कीमतों में आए इस उतार-चढ़ाव से यह स्पष्ट होता है कि बाजार कितना संवेदनशील और अस्थिर हो सकता है। बजट जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक घटनाक्रम का प्रभाव तुरंत दिखाई देता है, लेकिन यह प्रभाव अल्पकालिक भी हो सकता है। निवेशकों और आम जनता के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि कीमतों में इस तरह के उतार-चढ़ाव आम बात है, और लंबी अवधि के रुझान पर ध्यान देना चाहिए। सोने और चांदी में निवेश करते समय इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए।