IGI एयरपोर्ट पर चल रहा बड़ा रैकेट, फ्लाइट में चढ़ने से पहले चेक कर लें अपना वीजा, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI एयरपोर्ट) पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के बावजूद तस्करी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के मामले सामने आते रहते हैं। हाल ही में एयरपोर्ट पुलिस ने एक बड़े फर्जी वीजा रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को भी हैरान कर दिया।

पुलिस की सतर्कता से एजेंट गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस टीम को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बिक्रमजीत सिंह उर्फ विकी नाम के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी वीजा उपलब्ध कराने का काम कर रहा था। आरोपी ने एक यात्री को फर्जी वीजा के जरिए बहरीन भेजने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षा जांच में उसकी चालाकी पकड़ में आ गई।

फर्जी वीजा पर बहरीन से हुआ डिपोर्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार के भागलपुर निवासी राकेश (29) को फर्जी वर्क वीजा के आधार पर बहरीन से वापस भारत भेज दिया गया। जब राकेश IGI एयरपोर्ट पर पहुंचे तो पता चला कि उनका वीजा नकली है। इसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं और पासपोर्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। राकेश ने बताया कि उन्होंने वीजा के लिए 1.10 लाख रुपये का भुगतान किया था, जिसमें से 70 हजार रुपये एजेंट अभिनंदन को दिए गए थे।

एजेंटों की साजिश का पर्दाफाश

जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बिक्रमजीत सिंह उर्फ विकी, अभिनंदन का सहयोगी है। दोनों ने मिलकर फर्जी वीजा का रैकेट चला रखा था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। बिक्रमजीत ने पूछताछ में फर्जी वीजा की व्यवस्था करने की बात कबूल की है।

यात्रियों को जागरूक रहने की सलाह

इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने यात्रियों को सतर्क रहने और ऐसे फर्जी एजेंटों से बचने की सलाह दी है। यात्रियों को समय-समय पर जागरूकता अभियान के जरिए सतर्क किया जाता है ताकि वे इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न बनें। एयरपोर्ट पर सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए मल्टीलेयर सिक्योरिटी सिस्टम को और भी मजबूत किया जा रहा है।