दिल्ली, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद के लिए बड़ी सौगात, लम्बा सफर अब चंद मिनटों में होगा तय

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के निवासियों को नए साल पर एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। जनवरी से जिले के बढ़नी स्टेशन से देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। यह सुविधा सिद्धार्थनगर समेत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए भी राहत लेकर आएगी।


नई समय सारिणी के साथ ट्रेनों की शुरुआत

रेलवे प्रशासन ने नए साल के लिए नई समय सारिणी तैयार कर ली है। इसके तहत गोरखपुर से मुंबई, पुणे और आसनसोल जाने वाली प्रमुख ट्रेनों का संचालन अब बढ़नी स्टेशन से किया जाएगा। इसके अलावा घुघली-महराजगंज-आनंदनगर रेल लाइन को भी मंजूरी मिल गई है।

  • आनंदनगर पहले से बढ़नी-गोंडा रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है।
  • नई रेल लाइन के बनने से बिहार से गोरखपुर होकर जाने वाली ट्रेनों को आनंदनगर के रास्ते से चलाने की योजना है।

वाशिंग पिट के निर्माण के चलते नए रूटों पर ट्रेनों का संचालन और आसान हो जाएगा। भविष्य में सिद्धार्थनगर से अन्य बड़े शहरों के लिए सीधी ट्रेन सेवाओं के विस्तार की उम्मीद है।


यात्रियों को राहत, गोरखपुर स्टेशन पर भीड़ होगी कम

गोरखपुर जंक्शन पर प्रतिदिन लगभग एक लाख यात्री आते-जाते हैं। इनमें बड़ी संख्या पड़ोसी जिलों महराजगंज, सिद्धार्थनगर, देवरिया और कुशीनगर के यात्रियों की होती है। इसके अलावा नेपाल से भारत आने वाले यात्रियों के लिए गोरखपुर मुख्य केंद्र है।

अब बढ़नी स्टेशन से ट्रेनों के संचालन के बाद:

  • सिद्धार्थनगर और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों के लोग सीधे बढ़नी स्टेशन से यात्रा शुरू कर सकेंगे।
  • गोरखपुर स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ में पाँच हजार तक की कमी आने का अनुमान है।

वाशिंग पिट से ट्रेन संचालन में मिलेगी सुविधा

बढ़नी स्टेशन पर वाशिंग पिट का निर्माण भी इस परियोजना का अहम हिस्सा है। वाशिंग पिट के बनने से:

  • मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद के लिए ट्रेनों का संचालन आसान होगा।
  • ट्रेनों की सफाई और मेंटेनेंस बढ़नी स्टेशन पर ही हो सकेगी।

वाशिंग पिट की विशेषताएं:

  • निर्माण में लगभग छह महीने का समय लगेगा।
  • इसके संचालन के लिए 50 स्टाफ की आवश्यकता होगी।
  • एक ट्रेन की सर्विसिंग में करीब छह घंटे का समय लगता है।

वाशिंग पिट का मुख्य उपयोग ट्रेनों के कोच बेस पार्ट्स की जांच, मरम्मत और सीवेज सिस्टम की सफाई के लिए किया जाता है।


नए साल पर सिद्धार्थनगर के लिए नए सफर की शुरुआत

बढ़नी स्टेशन से शुरू होने वाली यह नई सुविधा जिले और नेपाल के यात्रियों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। अब उन्हें लंबी यात्राओं के लिए गोरखपुर तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

नए साल पर रफ्तार की यह सौगात सिद्धार्थनगर के विकास में एक अहम मील का पत्थर साबित होगी।