पूर्वी दिल्ली के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक अनोखी पहल की है। उन्होंने दिल्ली में जन रसोई की शुरूआत की है, जहां मात्र 1 रुपए में गरीब और जरूरतमंद लोगों को मिलता है पौष्टिक भोजन।
दिल्ली की 5 लोकप्रिय जन रसोई: बहुत राहत, कम खर्च
आशा-जन रसोई, गांधीनगर: गौतम गंभीर की पहली जन रसोई, जहां लगभग 1000 लोग रोजाना आते हैं।
न्यू अशोक नगर: एक रुपये में स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था, यहां भी 1000 से अधिक लोग लाभ उठा रहे हैं।
ईस्ट विनोद नगर: गौतम गंभीर की तीसरी जन रसोई, जहां 50 लोगों को एक साथ खाना मिलता है।
लक्ष्मी नगर, शकरपुर: चौथी जन रसोई का उद्घाटन, यहां भी 1000 से अधिक लोग खाना खाने आते हैं।
किशन कुंज, लक्ष्मी नगर: आखिरी जन रसोई का उद्घाटन, जहां 50 लोगों को मिलता है सस्ता भोजन।
गंभीर की सेवा का माध्यम
गौतम गंभीर ने इन जन रसोई को गरीबी के खिलाफ एक मजबूत कदम माना है। उनका उद्देश्य है भोजन के अधिकार को सभी के लिए सुनिश्चित करना। यह पहल न केवल भोजन की सबसे मौलिक अधिकार को साबित करती है, बल्कि सामाजिक सामर्थ्य भी प्रदर्शित करती है। इसके माध्यम से, वह समाज के निर्माण में योगदान कर रहे हैं।
नयी आशा की किरणें
गौतम गंभीर की जन रसोई एक नई आशा की किरणें ला रही हैं। यह उनकी निरंतर सेवा और समर्थन का परिणाम है, जो उन्होंने दिल्ली के लोगों के लिए किया है। उनके इस उपक्रम से, गरीबों को भोजन के साथ-साथ एक नई आशा की प्राप्ति हो रही है।