दिल्ली की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार धौलाकुआं से आजादपुर तक 18 किलोमीटर का स्ट्रेच सिग्नल फ्री बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इस परियोजना के तहत, मोती नगर टी-जंक्शन फ्लाईओवर का उद्घाटन हो चुका है। 495 मीटर लंबे तीन लेन के इस फ्लाईओवर से ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर के निर्माण से धौलाकुआं से आजादपुर तक का ट्रैफिक लगभग सिग्नल फ्री हो जाएगा। इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1.12 किलोमीटर है और इसके जुलाई 2024 तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन कई चुनौतियाँ इसे समय पर पूरा होने में बाधा डाल रही हैं।
हाई टेंशन लाइनें बनी बाधा
पंजाबी बाग फ्लाईओवर के कुछ पिलर्स के ऊपर से बीएसईएस और टाटा पावर की ओवरहेड हाई टेंशन लाइनें गुजर रही हैं, जिससे पिलर पर कैप लगाना मुश्किल हो रहा है। जब तक ये लाइनें नहीं हटतीं, तब तक पिलर-कैप डालना और स्लैब लगाना संभव नहीं है। बिजली कंपनियों ने इन लाइनों को शिफ्ट करने के लिए 15 जून तक का समय मांगा है। फ्लाईओवर कुल 21 पिलरों पर बनेगा, लेकिन अभी तक कई जगहों पर गार्डर नहीं लग पाए हैं।
रिंग रोड बनेगी सिग्नल फ्री
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, पंजाबी बाग फ्लाईओवर के पूरा होने के बाद धौलाकुआं से आजादपुर तक का रिंग रोड लगभग 18 किलोमीटर लंबा सिग्नल फ्री स्ट्रेच बन जाएगा। इस मार्ग पर नारायणा फ्लाईओवर, मायापुरी, राजा गार्डन, पंजाबी बाग, मोती नगर, चौधरी ब्रह्म सिंह और शालीमार बाग फ्लाईओवर शामिल हैं।
प्रमुख क्षेत्रों को मिलेगा बेहतर कनेक्टिविटी
फिलहाल मोती नगर टी-जंक्शन फ्लाईओवर के चालू होने से राजा गार्डन फ्लाईओवर से पंजाबी बाग तक ट्रैफिक सिग्नल फ्री हो गया है। इससे नॉर्थ-वेस्ट और नॉर्थ दिल्ली के प्रमुख इलाकों जैसे पीतमपुरा, रोहिणी और शालीमार बाग को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी राहत मिलेगी।
दिल्ली में इन फ्लाईओवर्स के पूरा होने के बाद यातायात की सुविधा में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है, जिससे दिल्लीवासियों का सफर आसान और तेज हो जाएगा।