पीपीएसी चार्ज रिवाइज: कहां कितना असर पड़ेगा?
दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (DERC) द्वारा पावर परचेज एडजस्टमेंट चार्ज (PPAC) को रिवाइज करने के बाद राजधानी के विभिन्न इलाकों में बिजली बिलों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा जाएगा। खासकर साउथ, सेंट्रल, वेस्ट और ईस्ट दिल्ली के उपभोक्ताओं को कुछ हद तक बदलाव का सामना करना पड़ेगा। हालांकि टाटा पावर-DDL क्षेत्र में पीपीएसी दरों में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे राहत की उम्मीद है।
बीएसईएस क्षेत्रों में नई दरें लागू
दिल्ली की सबसे बड़ी बिजली वितरक कंपनी BSES के अंतर्गत आने वाले BRPL और BYPL क्षेत्रों में पीपीएसी दरें समय-समय पर घटती-बढ़ती रही हैं।
- 1 जनवरी से 31 जनवरी:
- BRPL में PPAC दर 18.19%
- BYPL में PPAC दर 13.63%
- 1 फरवरी से 20 मार्च: दोनों क्षेत्रों में दरों में गिरावट
- 21 मार्च से 30 अप्रैल: और अधिक कमी
- अब, 9 मई से लागू नई दरें:
- BRPL क्षेत्र में 13.54%
- BYPL क्षेत्र में 13.33%
इन नई दरों को अगस्त 2025 तक लागू रखा जाएगा। इससे बिजली बिलों में औसतन 0.43% तक की वृद्धि हो सकती है।
उदाहरण से समझें बढ़ोतरी का असर
यदि कोई उपभोक्ता BRPL क्षेत्र में 13 मार्च से 10 अप्रैल के बीच 287 यूनिट बिजली की खपत करता है, तो पहले की तुलना में उसका बिल 1127.17 रुपये से बढ़कर 1132.55 रुपये हो जाएगा। यानी केवल 5.38 रुपये की बढ़ोतरी, जो प्रतिशत में देखें तो लगभग 0.43% है।
हालांकि, TOD चार्ज, 8% सरचार्ज और 5% अतिरिक्त एनर्जी चार्ज शामिल करने पर यह वृद्धि 1% से 1.5% तक पहुंच सकती है।
NDMC क्षेत्र में सबसे महंगा बिजली चार्ज
दिल्ली में सबसे अधिक पीपीएसी चार्ज एनडीएमसी क्षेत्र में लागू है। यहां के करीब 58 हजार उपभोक्ताओं को कुल एनर्जी चार्ज पर 50.86% पीपीएसी चुकाना पड़ता है, जो किसी भी अन्य वितरण कंपनी के मुकाबले काफी ज्यादा है।
टाटा पावर-DDL क्षेत्र में राहत
टाटा पावर डिस्ट्रीब्यूशन (DDL) क्षेत्र में पीपीएसी दरों में गिरावट दर्ज की गई है। पहले यहां दर 21.64% थी, जो अब घटकर 19.22% हो गई है। हालांकि, यह अब भी बीएसईएस की तुलना में ज्यादा है।