Delhi Metro: मेट्रो से सीधे इंड‍िया गेट पहुंचेंगे, द‍िल्‍ली में बनेगा नया कॉर‍िडोर; यहां बनेंगे नए स्‍टेशन

आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने दिल्ली में एक नया मेट्रो कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इस कॉरिडोर का उद्देश्य ‘कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट’ से इंडिया गेट, भारत मंडपम, और नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को जोड़ना है। प्रस्तावित यह मेट्रो कॉरिडोर लगभग 7 किमी लंबा होगा और यह पूरी तरह से अंडरग्राउंड होगा। इस परियोजना के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) को अंतिम रूप देने का कार्य सौंपा गया है।

दिल्ली के केंद्रीय क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने का लक्ष्य

नई मेट्रो लाइन इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ मेट्रो कॉरिडोर के एक्सटेंशन के रूप में काम करेगी, जिसे इस साल की शुरुआत में केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिली थी। योजना के अनुसार, यह कॉरिडोर कर्त्तव्य पथ से होकर नॉर्थ और साउथ ब्लॉक तक जाएगा। इस क्षेत्र में सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत एक नया संग्रहालय भी प्रस्तावित है। इस मेट्रो कॉरिडोर के बनने से दिल्ली के केंद्रीय क्षेत्र में यातायात की भीड़भाड़ में कमी आएगी, खासकर तब जब कर्त्तव्य पथ के री-डेवलपमेंट के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो।

10 नई ऑफिस बिल्डिंग्स भी बनेंगी

इस मेट्रो परियोजना के साथ ‘कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट’ में 10 नए ऑफिस बिल्डिंग्स का निर्माण भी किया जाएगा। इन इमारतों में विभिन्न मंत्रालयों का कार्यालय होगा। इनमें से तीन इमारतों का निर्माण पहले ही शुरू हो चुका है। इसके अलावा, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में एक संग्रहालय भी प्रस्तावित है। इस मेट्रो कॉरिडोर के संचालन के बाद हजारों लोगों को यात्रा में आसानी होगी।

दिल्लीवासियों के लिए होगा बड़ा लाभ ,कर्त्तव्य पथ और सेंट्रल विस्टा के बदलाव

नई मेट्रो योजना को सेंट्रल विस्टा री-डेवलपमेंट के साथ जोड़ा गया है, जिसके तहत नई संसद, उपराष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक का 3 किमी लंबा कर्त्तव्य पथ नया रूप ले चुका है। यह मेट्रो कॉरिडोर इस समग्र परियोजना का हिस्सा होगा और सेंट्रल दिल्ली के यातायात सिस्टम को और अधिक सुगम बनाएगा।

नई मेट्रो योजना अभी अपने शुरुआती चरण में है, लेकिन यह केंद्रीय दिल्ली की यातायात प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने का वादा करती है।