घोंडा विधानसभा में आते हैं ये इलाके
घोंडा विधानसभा के तहत गढ़ीमेंडू, घोंडा, गामड़ी और उस्मानपुर सहित चार बड़े गांवों के अलावा भजनपुरा के ए और बी ब्लॉक, यमुना विहार, गामड़ी एक्सटेंशन, सोम वाजार, सुदामापुरी एक्सटेंशन, नॉर्थ घोंडा, सुभाष विहार, गंगोत्री विहार, अरविंद नगर, गौतम विहार, जयप्रकाश नगर, ब्रह्मपुरी, न्यू उस्मानपुर, करतार नगर, जगजीत नगर और कैथवाड़ा सहित कई अन्य कॉलोनियां आती है। यहां टोटल वोटर्स की संख्या 2,23,761 है। इनमें सबसे अधिक 59.532 वोटर्स 39-40 साल की उम्र वाले है। 40-49 साल के बीच वाले वोटर्स की संख्या 54,121 है।
यहां के चुनावी मुद्दे
घोंडा विधानसभा क्षेत्र में गामड़ी रोड पर लोगों को हर दिन ट्रैफिक जाम से भी जूझना पड़ रहा है। सालों से इस रोड के चौड़ीकरण की मांग चल रही है। लेकिन अभी तक रोड को चौड़ा नहीं किया जा सका। इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा ज्यादातर कॉलोनियों में सीवर की लाइनें जाम और गंदे पानी की सप्लाई की भी बड़ी समस्या है। विधानसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बन सकता है। पुश्ता रोड के साथ बनी सर्विस रोड पर हर जगह अतिक्रमण के कारण निकल पाना मुश्किल होता है।
जीत और हार में भूमिका
घोंडा विधानसभा सीट पर चार बार बीजेपी का कब्जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के जीत के सिलसिले को तोड़ते हुए इस सीट पर कब्जा कर लिया था, लेकिन अगले ही चुनाव में बीजेपी ने दोबारा सीट जीत ली। यहां मिक्स्ड आबादी है। यहां 10 पर्सेंट मुस्लिम वोटर्स और 15 पर्सेंट के करीब एससी वोटर्स भी हैं, लेकिन जीत हार में मुख्य भूमिका वैश्य और ब्राह्मण वोटर्स ही निभाते हैं। इन वोटर्स की संख्या सवा लाख के करीब है।
राजनीतिक मिजाज
घोंडा विधानसभा में साल 1993 से लेकर अब तक हुए सात विधानसभा चुनाव में इस सीट पर चार बार बीजेपी का कब्जा रहा। ऐसे में यह बीजेपी की सीट मानी जाती है। इसके अलावा यहां से दो बार कांग्रेस जीती और एक बार यह सीट आम आदमी पार्टी के पास रही। पहले चुनाव में यहां से लाल बिहारी तिवारी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद वह नॉर्थ-ईस्ट संसदीय सीट से सांसद भी रहे। 2015 के इलेक्शन मे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने बीजेपी के कद्दावर नेता साहब सिंह चौहान को बड़े अंतर से हराया था।