दिल्ली और अमृतसर के बीच हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का निर्माण, भारत के परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह बुलेट ट्रेन सेवा यात्रियों के लिए यात्रा समय को तेज और सुविधाजनक बनाने का वादा करती है।
यात्रा समय में महत्वपूर्ण कमी
2019 में भारत सरकार द्वारा घोषित किए गए छह हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर्स में से एक, दिल्ली–अमृतसर कॉरिडोर का उद्देश्य यात्रा समय को छह घंटे से घटाकर दो घंटे से भी कम करना है। इस रेल मार्ग की सबसे खास बात यह है कि इसकी गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है, जिससे लंबी दूरी को तेजी से तय किया जा सकेगा।
महत्वपूर्ण स्टेशन
दिल्ली से अमृतसर तक इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के तहत कुल 15 स्टेशन होंगे, जिनमें से प्रमुख स्टेशन होंगे:
- दिल्ली द्वारका
- सोनीपत
- पानीपत
- कुरुक्षेत्र
- अंबाला
- मोहाली
- लुधियाना
- फगवाड़ा
- जालंधर
- अमृतसर
ये स्टेशन न केवल यात्रा को सुगम बनाएंगे, बल्कि विभिन्न शहरों को एक दूसरे से जोड़कर आर्थिक और सामाजिक समृद्धि को भी बढ़ावा देंगे।
भारत की बुलेट ट्रेन योजना
का हिस्सायह परियोजना 2019 में भारत सरकार द्वारा घोषित छह नए हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर में से एक है। इसके जरिए देश में बुलेट ट्रेन नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा, जिससे सार्वजनिक परिवहन में एक नई दिशा मिलेगी।कुल मिलाकरदिल्ली से अमृतसर तक बुलेट ट्रेन का संचालन न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि यह भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो पूरी यात्रा प्रणाली को और अधिक प्रौद्योगिकी-सम्मत और समर्पित बनाएगा।